वाराणसी
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले वाराणसी के जैतपुरा थाना अंतर्गत दोशीपुरा निवासी तुफैल आलम को एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) ने गुरुवार को आदमपुर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तुफैल वाट्सएप ग्रुप से जुड़कर पाकिस्तान प्रायोजित राष्ट्रविरोधी संगठन बनाकर भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचा रहा था। देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां पाकिस्तान के नंबरों पर साझा करने की जानकारी के बाद एजेंसियां सतर्क हुईं। एटीएस की वाराणसी यूनिट लंबे समय से निगरानी करने और पुख्ता सुबूत हाथ लगने के बाद आरोपित को दबोचा है। उसके पास मौजूद मोबाइल और सिम कार्ड को जांच के लिए जब्त किया गया है।
दोशीपुरा (जैतपुरा) निवासी तुफैल के अब्बू ने उसकी मां को तलाक दे दिया था, जिसके बाद तुफैल आदमपुर स्थित हनुमान फाटक के पास ननिहाल में रहने लगा। एटीएस को सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश का तुफैल पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा है, जिसके बाद एटीएस वाराणसी की यूनिट ने तथ्यों की पड़ताल की तो पता चला कि तुफैल पाकिस्तान के कई लोगों के संपर्क में है। पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो वाट्सएप ग्रुप में शेयर करने के साथ गजवा-ए-हिन्द करने, बाबरी मस्जिद का बदला लेने और भारत में शरीयत लागू करने संबंधी संदेश साझा करता था।
तुफैल वाराणसी के राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद व दिल्ली के लाल किला, निजामुद्दीन औलिया आदि के तस्वीर व उनसे जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी नंबरों पर शेयर कर चुका है। तुफैल ने पाकिस्तान से संचालित ग्रुप का लिंक वाराणसी के कई लोगों को भी भेजा है। खुद करीब 600 से ज्यादा पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में था। मदरसा से सातवीं पास तुफैल फेसबुक के जरिए पाकिस्तान के फैसलाबाद निवासी नफीसा नामक महिला के संपर्क था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में है। एटीएस ने लखनऊ में आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया है।