नई दिल्ली
दिल्ली में हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नई कोशिशों में जुट गई है। पार्टी ने मंगलवार को अपने स्टूडेंट विंग का गठन किया, जिसे असोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (ASAP) नाम दिया है। पार्टी छात्र संगठन के जरिए युवाओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश करेगी। आने वाले दिनों में पार्टी दिल्ली यूनिवर्सिटी, जेएनयू समेत अन्य यूनिवर्सिटी में छात्र संघ का चुनाव इसी विंग के जरिए लड़ेगी।
पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और कोचिंग टीचर से नेता बने अवध ओझा की मौजूदगी में दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में इसका ऐलान किया गया। इस दौरान विंग का लोगो भी जारी किया गया।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर कहा कि यह युवाओं का प्रिय शब्द है, ASAP। आज जहां भी रिफॉर्म की जरूरत है,वहां इसकी जरूरत है, हम लेट हो चुके हैं। जब-जब हम इस नाम को सोचेंगे यह हमें बताएगा कि समय नहीं है। सिसोदिया ने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि एक दिन हर उस दिन यूनिवर्सिटी में जहां चुनाव होता है वहां से एएसएपी का अध्यक्ष, सेक्रेट्री, टीम जीतकर आए। जहां चुनाव नहीं भी होता है वहां हम वैकल्पिक राजनीति की बात करेंगे।’
पार्टी ने इस विंग का गठन ऐसे समय पर किया है जब लगातार 10 साल के शासन के बाद दिल्ली में उसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी मनीष सिसोदिया समेत तमाम बड़े नेता अपनी सीट तक नहीं बचा पाए। इसके बाद दिल्ली नगर निगम से भी उसकी सत्ता चली गई है।
करीब एक दशक में राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी ‘आप’ ने एक बार फिर विस्तार योजना पर काम शुरू किया है। पार्टी एक तरफ जहां पंजाब में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है तो दूसरी तरफ गुजरात में भी संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है। इस बीच पार्टी ने अब स्टूडेंट विंग के जरिए कैंपस पॉलिटिक्स में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश शुरू की है।